प्रदेश की आर्थिक राजधानी में प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय हॉस्पिटल में ठीक से इलाज करवाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले में फरियादी अजय सोलंकी ने संयोगितागंज पुलिस को पूरे मामले की शिकायत की थी कि खुद को डॉक्टरों का परिचित बताकर इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से हजारों रुपए वसूल लिए थे। फरियादी अजय एमवाय हॉस्पिटल में अपनी मां का इलाज करवाने पहुंचा था। वहीं पर एक व्यक्ति अरविंद मिला, जिसने खुद को अस्पताल से जुड़ा हुआ बताते हुए कहा कि उसकी डॉक्टरों से अच्छी पहचान है और वह बेहतर इलाज करवाने में मदद करेगा। इस भरोसे में आकर फरियादी ने अरविंद को करीब 8000 दे दिए। लेकिन पैसे लेने के बाद भी इलाज में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ और डॉक्टरों ने बताया कि उनका इस व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है।
जब फरियादी ने अरविंद से अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उसने टालमटोल शुरू कर दी। इसके बाद अजय सोलंकी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। डीसीपी राजेश व्यास ने बताया कि जांच के दौरान दो और फरियादी सामने आए, जिन्होंने भी आरोपी अरविंद पर इसी तरह की ठगी करने का आरोप लगाया। उन्होंने भी इलाज के नाम पर पैसे दिए थे, लेकिन न तो उनका इलाज हुआ और न ही पैसा लौटाया। पुलिस ने सभी शिकायतों के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत प्रकरण दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने पहले भी एमवाय अस्पताल परिसर में इलाज के नाम पर अन्य लोगों को निशाना बनाया था या नहीं। अधिकारियों ने अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति के झांसे में न आएं और इलाज से जुड़ी जानकारी सीधे अस्पताल प्रबंधन या चिकित्सक से ही प्राप्त करें।

