इंदौर में टेलीग्राम फ्रॉड मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी के पीछे अंतरराष्ट्रीय गिरोह काम कर रहा था। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने गुजरात के सूरत से मनीष भट्टर और अनुराग शुक्ला नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। दोनों ने टेलीग्राम पर क्रिप्टो करेंसी में निवेश का झांसा देकर एक रिटायर्ड अधिकारी से लाखों रुपए ठगे थे। आरोपी बैंक खाते किराए पर लेकर कमीशन पर इस्तेमाल करते थे और इन्हीं खातों के जरिये ठगी की रकम ट्रांसफर की जाती थी। बैंक अकाउंट की लिंक और लेन-देन की जांच में चीन का कनेक्शन सामने आया है। पूछताछ में पता चला कि चीन से वीडियो कॉल के माध्यम से ठगी करने के तरीके और निर्देश दिए जाते थे। चीन में बैठा था इन्हें ठगी के इंस्ट्रक्शन देता था और इस आधार पर यह लोगों के साथ ठगी करते और फिर चाइनीस एप्लीकेशन से उसे रुपए ट्रांसफर करते थे । चाइना से ऑपरेट हो रहे इस नेटवर्क से जुड़े लोगों के संपर्क में आरोपी लगातार रहते थे और वीडियो कॉल पर मिलने वाली टिप्स के आधार पर लोगों को निवेश का लालच देकर रकम हड़पते थे। सूरत से पकड़े गए दोनों आरोपियों से मिली जानकारी के बाद इंदौर पुलिस की जांच चीन तक पहुंच चुकी है और अब इस पूरे ठगी सिंडिकेट की पड़ताल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है।

