उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर को रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए एक 1.76 किलोमीटर लंबा रोप-वे बनाया जाएगा, जो श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अत्याधुनिक साधन बनेगा। इस परियोजना का निर्माण उड़ीसा की कंपनी एमएस इंफ्रा इंजीनियर कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है, और इसके वर्ष 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस रोप-वे परियोजना की घोषणा 2022 में की थी, और अब इसका टेंडर फाइनल हो गया है, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
रोप-वे की मुख्य विशेषताएं
- रोप-वे की लंबाई: 1.76 किलोमीटर की इस परियोजना में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक यात्रा को आसान और सुगम बनाने के लिए 3 स्टेशन बनाए जाएंगे।
- केबिन और क्षमता: रोप-वे में कुल 48 केबिन होंगे, जिनमें प्रत्येक केबिन में 10 लोगों के बैठने की सुविधा होगी। इस तरह, लगभग 16 घंटे के संचालन के दौरान रोजाना 60,000 श्रद्धालु इसका उपयोग कर सकेंगे।
- यात्रा का समय: यह रोप-वे यात्रा को अत्यधिक समयबद्ध बनाएगा, जहां रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक का सफर केवल 6 मिनट में तय किया जा सकेगा।
- प्रौद्योगिकी: रोप-वे के संचालन के लिए मोनोकेबल डिटैचेबल गोंडोला (एमडीजी) सिस्टम का उपयोग किया जाएगा, जो यात्रियों की सुविधानुसार केबिनों को आसानी से जोड़ने और अलग करने में सक्षम बनाता है।
यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं
रोप-वे के स्टेशनों पर यात्रियों के आराम और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा:
फूड जोन: यात्रियों के लिए विभिन्न खाद्य और पेय पदार्थ उपलब्ध होंगे।
प्रतीक्षालय: ठहरने की व्यवस्था।
शौचालय: साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था।
पार्किंग सुविधा: यात्रियों के लिए बस और कार पार्किंग भी उपलब्ध होगी।
2022 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की थी घोषणा
इस रोप-वे परियोजना को उज्जैन आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक बेहतरीन परिवहन विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, खासकर महाकाल मंदिर के दर्शनों के समय भारी भीड़ के मद्देनजर। 2022 में नितिन गडकरी ने इस परियोजना की नींव रखी थी, जिसके बाद विभिन्न सर्वेक्षण, योजना, और आवश्यक अनुमतियों को पूरा किया गया। अब, कंपनी ने काम शुरू कर दिया है और उम्मीद है कि यह रोप-वे परियोजना निर्धारित समय तक पूरी हो जाएगी।
इस परियोजना के सफल समापन के बाद उज्जैन का धार्मिक महत्व और बढ़ जाएगा, क्योंकि यह रोप-वे महाकाल मंदिर तक पहुंचने को बहुत ही सुविधाजनक बनाएगा और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।